ननकीराम बोले- प्रभारी मंत्री आज हैं कल नहीं रहेंगे, हमको तो हर समय क्षेत्र में रहना है

0 कहा- कार्यों को स्वीकृत किया तो निरस्त क्यों करना,ये उनको समझना था
कोरबा। पूर्व गृहमंत्री व कोरबा जिले के रामपुर विधानसभा के पूर्व विधायक वरिष्ठ भाजपा नेता ननकीराम कंवर के द्वारा उनके क्षेत्र अंतर्गत जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों की मांग के अनुरूप जनपद पंचायत कोरबा के अंतर्गत आने वाले गांवों में प्रभारी मंत्री मद/विधायक विकास निधि वर्ष 2024-25 में 10 विभिन्न निर्माण कार्यों की स्वीकृति की अनुशंसा चाही गई थी। इसके लिए प्रभारी मंत्री द्वारा 31 जुलाई 2024 को अनुशंसा कर देने के पश्चात एक अन्य निर्देश जारी कर स्वीकृत किए गए सभी 10 कार्यों को 4 अगस्त को निरस्त करा दिया गया।
इस मामले में वरिष्ठ आदिवासी नेता ने सत्यसंवाद से प्रभारी मंत्री की मर्जी है, प्रभारी मंत्री को तो समझना था कि स्वीकृत किया तो कैंसल क्यों करना। इतने दिन तक तो मैं जनप्रतिनिधि ही था और अभी नहीं हूं लेकिन इस क्षेत्र के लोग मांग करेंगे तो मेरा कर्तव्य है कि उन मांगों को सरकार तक पहुंचाऊं। अब कोई किसी के कहने जिलाध्यक्ष के कहने पर करे तो क्या बोलें।
क्या उन गांवों में विकास की आवश्यकता नहीं है, के सवाल पर कहा कि यह तो उन्हें समझना चाहिए था, जिसकी आवश्यकता नहीं होती तो मांग क्यों करते। अब काम किसी की मर्जी से तो नहीं आया होगा।
श्री कंवर ने फिर से कार्य स्वीकृति कराने के सवाल पर कहा कि अब कोई मांग नहीं करूंगा, गलत लोग रहेंगे तो उनके सामने कुछ भी करना ठीक नहीं है। किसी के कहने पर काम कैंसल कर दिया तो क्या किसी की मर्जी से सरकार थोड़ी चलेगी। श्री कंवर ने कहा कि कार्य स्वीकृत और निरस्त करना उनकी मर्जी है तो गांव के लोग वोट देंगे या नहीं देंगे, यह उनकी मर्जी है। उन्होंने कहा कि सब दिन गांव के लोगों को, मतदाताओं को साथ रखना होता है। प्रभारी मंत्री को थोड़ी न यहां रहना है,हमको तो यहीं रहना है। प्रभारी मंत्री आज रहेंगे कल नहीं रहेंगे, लेकिन हमको तो हर समय क्षेत्र में रहना है, उनको क्या फर्क पडऩा है। कार्यों को निरस्त करने से भावनाओं को ठेस पहुंचने के सवाल पर कहा कि राजनीति में आहत और ठेस चलता रहता है। वक्त आने पर पार्टी फोरम में इसे उठाऊंगा भी।

0 ननकीराम ने इन कार्यों का दिया था मांगपत्र

इन कार्यों में ग्राम पंचायत रजगामार में सी.सी. रोड निर्माण कार्य मुख्य मार्ग से राधाबाई केवट के घर तक, बडगाव- सी.सी. रोड निर्माण कार्य मेन रोड से चौक की ओर, करूमौहा- सामुदायिक भवन निर्माण कार्य टिकरापारा करूमौहा, चाकामार – सी.सी. रोड निर्माण कार्य चाकामार मेन रोड से हाथीमुड़ की ओर, करमंदी- सी.सी. रोड निर्माण कार्य डेम से चितापाली की ओर, बेंदरकोना- सी.सी. रोड निर्माण कार्य सहस घर से गौठान तक, रजगामार- ओमपुर दुर्गा पूजा पंडाल परिसर का रेनोवेशन पेवरब्लाक निर्माण, डोकरमना – सी.सी. रोड निर्माण कार्य घुसु घर से मैदान की ओर, मूढ़नारा – सी.सी. रोड निर्माण कार्य मूढनारा से बुंदेली की ओर, कुरुडीह- सी.सी. रोड निर्माण कार्य मेन रोड से बस्ती की ओर शामिल थे। प्रत्येक कार्य की लागत 10-10 लाख रुपये थी।

0 व्यवस्था कुछ ऐसी बनी है संगठन में

सूत्र बताते हैं कि पार्टी की व्यवस्था के तहत जिला अध्यक्ष के पत्र अनुसार कार्य मंडल अध्यक्षों को दिए जाने की व्यवस्था की गई है। राजनीति से जुड़े विश्वसनीय सूत्र बताते हैं कि कई ऐसे कार्य हैं जिन्हें लिया तो भाजपा के मंडल अध्यक्षों ने है लेकिन काम कांग्रेस से जुड़े ठेकेदारों ने कराया है। तो कहीं कांग्रेस के जनप्रतिनिधि द्वारा द्वारा लिए गए कार्य को ठेकेदार सह भाजपा नेताओं ने कराया है। यह आपसी व्यावसायिक तालमेल भी ठीक है लेकिन ननकीराम कंवर के साथ जो हुआ है, उसे पार्टी के ही वरिष्ठजन अनुचित बता रहे हैं।