रायपुर/मुंगेली। फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्र के आधार पर विभिन्न पदों पर शासकीय नौकरी कर रहे अधिकारियों /कर्मचारियों के संबंध में की गई शिकायतों पर जांच तेज हो गई है। छत्तीसगढ़ दिव्यांग सेवा संघ के द्वारा प्रमाण सहित ऐसे फर्जी दिव्यांग अधिकारियों की सूची विभिन्न स्तरों पर अधिकारियों को कई बार सौंपी गई है। शासन से की गई लगातार शिकायतों और विभागीय अधिकारियों द्वारा इन्हें बचाने के लिए जांच में किये जा रहे हीला हवाला के आरोपों के बीच अंतत: मामले में जांच शुरू कर दी गई है। मुंगेली जिले में एक दर्जन से अधिक ऐसे कथित दिव्यांग फर्जी अधिकारियों के दिव्यांगता का परीक्षण करने के लिए कलेक्टर ने विभाग के अधिकारियों को पत्र सहित निर्देश जारी कर उन्हें संबंधित स्थल पर संबंधित अधिकारियों को उपस्थित कराने और मेडिकल परीक्षण संबंधी प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश जारी किए हैं। जिन अधिकारियों की सूची जारी की गई है उन पर आरोप है कि वह फर्जी तौर पर दिव्यांग बनकर नौकरी कर रहे हैं। अब देखना यह है कि मेडिकल टीम की जांच रिपोर्ट में कौन-कौन अधिकारी वास्तव में दिव्यांग पाए जाते हैं और कितने फर्जी मिलते हैं। इस तरह का मामला सिर्फ मुंगेली जिला में नहीं बल्कि प्रदेश के और जिलों में भी है जहां फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्र के आधार पर शासकीय नौकरी की जा रही है।
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