0 बाबूगीरी कर रहे शिक्षकों में खलबली
रायपुर/कोरबा। गैर शैक्षणिक कार्यों में संलग्न शिक्षक संवर्ग के कर्मचारियों को उनके मूल पदस्थापना हेतु कार्यमुक्त किये जाने के संबंध में छत्तीसगढ़ शासन के स्कूल शिक्षा विभाग ने आदेश जारी कर दिया है
आदेश में उल्लेखित है कि राज्य शासन को बहुधा यह शिकायत प्राप्त होती है कि विभाग के शिक्षक संवर्ग के कर्मचारी गैर शिक्षकीय कार्य हेतु विभिन्न कार्यालयों एवं संस्थाओं में संलग्न हैं। गैर शिक्षकीय संलग्नीकरण से शिक्षण का कार्य प्रभावित होता है। निर्देशानुसार गैर शैक्षणिक कार्यों में संलग्न सभी शिक्षक संवर्ग के कर्मचारियों का संलग्नीकरण तत्काल समाप्त किया जाकर, उन्हें उनके मूल पदस्थापना शाला में अध्यापन कार्य हेतु कार्यमुक्त किया जाये। संलग्नीकरण समाप्त किये जाने संबंधी प्रमाण पत्र 7 दिवस के भीतर संचालक, लोक शिक्षण को अनिवार्यतः प्रेषित करें। यह निर्देश तत्काल प्रभावशील होगा। इसका कड़ाई से पालन किया जाना सुनिश्चित करने कहा है।
0 क्या छुड़ाई जा सकेगी कुर्सी
बताते चलें कि शिक्षकों का अटैचमेंट इसके पहले भी सरकार खत्म करती रही है लेकिन अनेक ऐसे शिक्षक हैं जो बार-बार किसी न किसी बहाने और कारण बताकर सांठगांठ पूर्वक विभागों में अटैचमेंट करा लेते रहे हैं जबकि इनका मूल शाला में अध्यापन हेतु उपलब्ध होना जरूरी है। विभिन्न विभागों में बाबूगीरी और अनेक कार्य कर रहे शिक्षकों का संलग्नीकरण समाप्त करने के आदेश का पालन किस हद तक कराया जा सकेगा,यह देखने वाली बात होगी।
0 मलाईदार दफ्तरों से जाना नहीं चाहते
प्रदेश में हजारों तो कोरबा जिले में दर्जनों शिक्षक अपनी सुविधा के अनुसार दूसरे संस्थानों में अटैच पोस्टिंग करा लिए हैं। कई शिक्षक स्कूल न जाना पड़े, इसलिए बिना काम वाली जगहों पर अटैच कराए हैं तो अनेक शिक्षक माल-मलाईदार जगहों पर पोस्टिंग/अटैच करा लिए हैं और बेहिसाब संपत्ति भी दाएं-बाएं की कमाई से बना लिए हैं। ये शिक्षक ऐसे हैं, जो वेतन स्कूल से ले रहे हैं मगर सालों से स्कूल नहीं गए हैं। deo-beo कार्यालय से लेकर तहसील, कलेक्ट्रेट, जिला पंचायत, निर्वाचन शाखा, एसडीएम कार्यालय, सर्वशिक्षा अभियान जैसे कई जगहों पर शिक्षक गैर शिक्षकीय कार्य करते मिल जाएंगे।
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