कोरबा। बेजुबान, किंतु विशेष खूबियों वाला जिला पुलिस बल में कार्यरत एक अहम किरदार है डॉग बाघा। कई संगीन मामलों में अपराधियों तक पहुंचने का मार्ग प्रशस्त करने वाले स्निफर डॉग बाघा ने एक हत्यारे को सलाखों के पीछे पहुंचाने में फिर पुलिस की मदद की है। घटनास्थल के पास आरोपी की छूटी हुई चप्पल से बाघा ने सुराग तलाशा और उसे अंजाम तक पहुंचाया। क्षेत्र के ग्रामीण उसकी तारीफों के पुल बांधे नहीं थक रहे बल्कि उनके लिए तो यह किसी फिल्मी दृश्य से कम नहीं था। रूपहले पर्दे पर फिल्मों में पुलिस डॉग के द्वारा मामलों को सुलझाने में किए जाने वाले मदद की तरह ही अपनी आंखों से प्रत्यक्ष देख रहे नजारे को ग्रामीणों ने अपने मोबाइल में कैद भी किया। एक ग्रामीण ने यह वीडियो हमसे साझा की।
दरअसल,जिले में पसान थाना क्षेत्र के ग्राम लैंगी में कोटवार रामदास महंत की 30 अगस्त को हत्या कर दी गई थी। मामले की गंभीरता को दृष्टिगत रखते हुए पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी के निर्देशन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नेहा वर्मा के मार्गदर्शन एवं अनुविभागीय अधिकारी कटघोरा पंकज ठाकुर के पर्यवेक्षण में आरोपी की धर पकड़ के लिए थाना प्रभारी पसान निरीक्षक श्रवण विश्वकर्मा एवं सायबर सेल प्रभारी सहायक उप निरीक्षक अजय सोनवानी द्वारा स्टाफ के साथ-साथ डॉग स्क्वॉड एवं क्राइम फॉरेंसिक टीम की मदद ली गई। डॉग मास्टर की मदद से डॉग बाघा ने घटनास्थल पर मिले साक्ष्य को सूंघकर संदेही का पता किया।
बाघा घटनास्थल से सीधे दौड़ लगाते हुए करीब 3 किलोमीटर दूर जाकर एक घर के पास रुक गया लेकिन उक्त घर में ताला बन्द था। ग्रामीणों ने पुलिस को बताया कि इस घर में रामकुमार काशीपुरी पिता अमृतलाल काशीपुरी 37 वर्ष निवासी मोहनपुर रहता है जो कोटवार का रिश्तेदार है और घटना के बाद से नजर नहीं आ रहा है। पुलिस ने उस पर संदेह जाहिर करते हुए पतासाजी शुरू की। संदेही को पड़ोसी जिला जीपीएम के मरवाही अंतर्गत ग्राम कुडकई स्थित स्थायी निवास क्षेत्र से हिरासत में लिया गया। पसान थाना लाकर पूछताछ करने पर पुराने विवाद की रंजिश और नाराजगी के कारण हत्या करना स्वीकार किया। उसकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त लोहे के चाकू को घटनास्थल के पास तालाब के मेड़ से बरामद किया गया। आरोपी के विरुद्ध धारा 103(1) बीएनएस के तहत जुर्म दर्ज कर गिरफ्तार करते हुए जेल दाखिल करा दिया गया है।
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